कांवड़ियों मेला सकुशल संपन्न होने पर जहां उत्तराखंड व उत्तर प्रदेश पुलिस ने राहत की सांस ली है वहीं कावड़ मेला अपने पीछे कई सवाल अधूरे छोड़ गया है।
उपद्रवी कांवड़ियों की मंशा कहीं भोले भाले कांवड़ियों को बदनाम करने की कोई साजिश तो नहीं जिसे प्रशासन हल्के में लेकर , कोई बड़ी भूल तो नहीं कर रहा है ❓
कावड़ यात्रा के पिछले चार दशक पर अगर नजर दौडायें तो कावड़ यात्रा मे शामिल भक्त बहुत सीधे वह भोले होते हैं लेकिन इस बार कुछ उपद्रवी तत्व कावड़ यात्रा में शामिल होने से पिछले चार दशक का रिकॉर्ड टूट गया है इस बार इतना उपद्रव हुआ की शायद ही इससे पहले इतने उपद्रव की कोई घटना सामने आई हो और इस पर प्रशासन की चुप्पी से यह मामला और ज्यादा गंभीर हो चला है जो आने वाले समय में और ज्यादा उपद्रव होने की ओर इशारा करता है।
उत्तराखंड,उत्तर प्रदेश, हरियाणा व दिल्ली समेत कई राज्यों में दर्जनों घटनाओं के बावजूद प्रशासन दबाव के चलते बेबस नज़र आया जिनमें कुछ घटनाओं में मुकदमे तो लिखे गए लेकिन किसी भी मामले मे कोई नामजद मुकदमा पंजीकृत किये जाने की कोई जानकारी नही है इससे पता लगता है कि प्रशासन कितना बेबस और लाचार नजर आ रहा था ।
उपद्रव की घटनाओं में हरिद्वार में डीजे बजाकर नाच रहे कावडियों की वजह से जाम लग जाने के बाद दरोगा सुधांशु कौशिक ने जाम खुलवाने के लिए कांवड़ियों से आग्रह किया तो उन्हें कांवड़ियों के रौद्र रूप को झेलना पड़ा जिसमें दरोगा के साथ अभद्रता व धक्का मुक्की का मामला भी सामने आया है।

वही गाजियाबाद में पुलिस का स्टीकर लगी एक बोलेरो को गलत लेन में जाने की वजह से कावड़ियों ने तोड़फोड़ कर पलट दिया । पुलिस जांच के बाद DCP राजेश कुमार ने बताया कि गलत लेन मे जाने की वजह से पांच पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया हैं जिनमे सब इंस्पेक्टर रविंदर सिंह व सुनील कुमार वहीं महिला कांस्टेबल रश्मि ,यातायात पुलिस के हेड कांस्टेबल प्रदीप और कांस्टेबल निखिल भी में शामिल है।
गाजियाबाद में ही एक होंडा सिटी कार नंबर UP16A02547 को कावडियों ने साइड लगने के आरोप के चलते कार मे जमकर तोड़फोड़ की और उसके बाद पलट दिया गया
खतौली मुजफ्फरनगर में एक रिक्शा वाले के साथ हल्की सी साइड के मामले में जहां ई-रिक्शा को तो कबाड़ में बदल दिया गया वही ई-रिक्शा चालक मोहित को इतनी जबरदस्त पिटाई की गई की 5 दिन बाद उसकी मौत हो गई।
राजस्थान के झुंझुनू में कावड़िया महिला घाट पर स्नान करने पहुंचे पुलिसकर्मी द्वारा उन्हें रोका गया ना रुकने पर हल्का बोले प्रयोग भी किया गया जिससे गुस्सा आए कांवड़ियों ने घाट पर बनी हिंदू व्यापारियों की प्रसाद की दुकानों में जबरदस्त तोड़फोड़ की वह पुलिसकर्मियों से भी अभद्रता की जिसके चलते झुंझुनू के एसपी राजश्री राज वर्मा ने मौके का दौरा किया और एक कांस्टेबल के द्वारा कावडियें को थप्पड़ मारने की बात सामने आने पर तत्काल सेवा से निलंबित कर दिया गया

गाजियाबाद में कावडियो ने एक शराब की दुकान पर भी पत्थर बाजी कर उसमे तोड़फोड़ करने की घटना सामने आई है सूत्रों के अनुसार कांवड़ियों का आरोप था की दुकान के आगे पर्दा लगाकर पीछे से शराब बेची जा रही थी ।
मुजफ्फरनगर में एक मानसिक रोगी ने हवा में छड़ी लहरा दी बस इसके बाद कुछ उपद्रवी कांवड़ियों ने उसके साथ जबरदस्त मारपीट की ,मौके पर मौजूद पुलिस मूक दर्शक बनीं रही
आकिब नाम का व्यक्ति अपने जीजा को देहरादून से मेरठ छोड़ने जा रहा था कि रास्ते में कपड़ों से पहचान कर कुछ मोटरसाइकिल सवार उपद्रवी कावडियों ने मोटर साईकल से आडा टेढा कट मारना व उससे छेड़छाड़ शुरू कर दी जिसे आगे जाकर रोक लिया और गाड़ी को तोड़फोड़ कर तहस नहस कर दिया और उनके साथ भी मारपीट कर गम्भीर रूप से घायल कर दिया और गाड़ी को पलट भी दिया।
मुजफ्फरनगर में एक आशुतोष शर्मा के पेट्रोल पंप पर पहले तो आम खाकर गुठलियों फेंकने पर पेट्रोल पंप कर्मी मनोज ने मना किया ,बाद में बीडी पी रहे कावड़ियों को उक्त कर्मी ने पेट्रोल पम्प पर बीड़ी पीने से मना किया इस पर गुस्साये उपद्रवी कावडियों ने उसके साथ भी मारपीट की और पेट्रोल पंप में भी काफी तोड़फोड़ मचा डाली।
मंगलौर लिब्बरहेडी गांव के नजदीक संजय कुमार अपनी ई रिक्शा से जा रहा था तभी उसका हल्का सा कुछ उपद्रवी कावड़ियों के साथ में लग गया इस पर कांवड़ियों ने उसकी ई रिक्शा को तोड़फोड़ कर कबाड मे तब्दील कर दिया और उसके साथ भी जबर्दस्त मारपीट कर हड्डियां तोड़ डाली।
मेरठ के थाना परतापुर में सिर्फ रॉन्ग साइड कार के आने पर एक मुस्लिम व्यक्ति की कार मे तोड़ फोड़ मचा डाली वह उसकी भी पिटाई की गई कुछ और लोग जो कार में बैठे थे जान बचाकर भागना ही मुनासिब समझा जो मौके से फरार होने में कामयाब रहे वरना उनका भी वही हाल होने वाला था।
देवबंद क्षेत्र के गांव मानकी के प्रधान मामूर हसन ने कावड़ियों के लिए एक बोर्ड लगाया था जिस पर लिखा था कि ” कावड़ियों के आगमन पर हम आपका तहे दिल से इस्तकबाल करते हैं ” जिसका बैकग्राउंड हरे रंग का था जिसपर मामूर हसन व संविधान निर्माता भीमराव अंबेडकर का फोटो लगा था इस पर कुछ उपद्रवी कावडियें उत्तेजित हो गए और बोर्ड को फाड़ डाला गया जिसके बाद पुलिस ने उस बोर्ड को भगवे रंग का बैकग्राउंड देकर अंबेडकर की फोटो हटाकर प्रधान मामूर हसन व शिव जी की फोटो के साथ भगवा रंग के बैकग्राउंड के साथ दूसरा बोड वहां पर लगा दिया । इस मामले से साबित होता है कि अब उपद्रवी कावडियो के चलते अच्छे व भोले कावडियों का स्वागत करना भी खतरे से खाली नही है।
हरियाणा के फतेहाबाद में आरोप है कि एक स्कूल बस की साइड किसी कवडियें से लग गई को जिसके कारण कुछ उपद्रवी कावडियें उत्तेजित हो गए और उन्होनें पत्थरों और लाठी डंडों से स्कूल बस को चकनाचूर कर दिया जिसमें उस वक्त कुछ स्कूल बच्चे भी बैठे हुए थे लेकिन पुलिस ने कोई नामदर्ज मुकदमा दर्ज नहीं किया।

हापुड़ में एक मदरसे की छत से किसी के थूके जाने का आरोप लगाया जिसके बाद कावड़ियों ने हंगामा शुरू कर दिया और मदरसे में अंदर घुसकर तोड़ फोड करने की नाकाम कोशीश की लेकिन मौके पर पुलिस बल के आने की वजह से मामला शांत हो सका , लोगों का कहना है कि थूकने का कोई सबूत नहीं मिल पाया है ।
