पत्रकार ने की फ़ेसबुक लाइव आकर दोस्तों को दी जानकारी फिर फाँसी लगाकर की ख़ुदकुशी
बिहार । (ब्यूरो गुलबहार गौरी)बक्सर जिला के बरहमपुर थाना के रघुनाथपुर में हरीश पाठक नामक एक पत्रकार ने लाइव सुसाइड कर लिया ।हरीश पाठक कई टीवी चैनलों के लिए काम कर चुके थे। कई पत्रकार संगठनों ने इस घटना पर दुख व्यक्त करते हुए सरकार से इस सुसाइड के जांच की मांग की है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बरहमपुर के कैंथी गांव निवासी चंद्रशेखर पाठक के पुत्र हरीश पाठक (45 वर्ष )आरा में रहकर पत्रकारिता करते थे और कई टीवी चैनलों से जुड़े हुए थे ।बताते हैं कि बीती रात लगभग 9:30 बजे हरीश ने फेसबुक लाइव आकर अपने मित्रों को यह जानकारी दिया कि वह जीवन से तंग आ गए हैं और अपना जीवन समाप्त करने जा रहे हैं ।हरीश के मित्र जब तक उसके परिजनों को खबर करते हैं और उनके परिजन हरीश के कमरे का दरवाजा तोड़ते तब तक हरीश ने अपने हाथ का नस काट कर फांसी लगा लिया था । आनन फानन में उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
डुमरांव के डीएसपी ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है ।पुलिस के अनुसार हरीश पाठक की शादी हो चुकी थी ।उन्हें एक बेटा भी है ।उनकी पत्नी से विवाद चल रहा था जिसमें पत्नी के साथ तलाक हो चुका था। कुछ माह पूर्व एक जमीनी विवाद में पुलिस ने फायरिंग के आरोप में हरीश के पिता चंद्रशेखर पाठक और हरीश को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था जेल से छुटकारा आने के बाद हरीश काफी परेशान थे। हरीश के पिता हरीश के पिता चंद्रशेखर पाठक ने अपने गांव कैथी को छोड़कर रघुनाथपुर में जमीन लेकर मकान बनाया था जहां हरीश और उनके परिवार रहते थे।
बिहार प्रेस मेंस यूनियन के प्रदेश महासचिव राज किशोर सिंह ,भारती श्रमजीवी पत्रकार संघ के बिहार प्रदेश अध्यक्ष कुमार निशांत ,इंडियन फेडरेशन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट राष्ट्रीय अध्यक्ष अवधेश भार्गव ,इंडियन फेडरेशन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मौ.गुलबहार गौरी,राष्ट्रीय कार्य समिति सदस्य भोला प्रसाद, अवधेश कुमार शर्मा इत्यादि ने हरीश पाठक की मौत पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए बिहार सरकार से मामले की जांच करने की मांग की है ।ताकि इसका खुलासा हो सके की हरीश पाठक की जीवन के परेशानी का सबब क्या था?