इंडियन फेडरेशन ऑफ़ वर्किंग जर्नलिस्ट्स का अधिवेशन केरला के कोवलम में सम्पन्न


इंडियन फेडरेशन ऑफ़ वर्किंग जर्नलिस्ट्स का 143वाँ अधिवेशन केरला के कोवलम में सम्पन्न, पत्रकार हितों और संगठन की मजबूती पर दिया गया विशेष ज़ोर

पत्रकार हितों के लिए एकजुट हुआ मीडिया जगत, कोवलम में IFWJ का भव्य अधिवेशन

कोवलम में जुटे देशभर के पत्रकार, IFWJ अधिवेशन में उठी पत्रकार सुरक्षा की आवाज़

कोवलम, केरल (रिपोर्ट -मौ गुलबहार गौरी )– 21 से 23 अप्रैल 2025 तक इंडियन फेडरेशन ऑफ़ वर्किंग जर्नलिस्ट्स (IFWJ) का 143वाँ राष्ट्रीय अधिवेशन केरल के प्रसिद्ध अन्तर्राष्ट्रीय पर्यटन स्थल कोवलम में बड़े ही धूमधाम और गरिमा के साथ आयोजित किया गया। इस तीन दिवसीय अधिवेशन में देशभर के विभिन्न राज्यों से आए सैकड़ों पत्रकारों के साथ-साथ नेपाल से भी प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया, जिससे यह आयोजन एक अन्तर्राष्ट्रीय स्वरूप लेता दिखाई दिया।

इस अधिवेशन की अध्यक्षता IFWJ के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अवधेश भार्गव ने की। उनके साथ मंच पर राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मौ. गुलबहार गौरी और राष्ट्रीय महासचिव श्री इरशाद खान मौजूद रहे। इन प्रमुख पदाधिकारियों ने अपने वक्तव्यों में पत्रकारों के हितों की रक्षा, उनके अधिकारों की सुरक्षा, तथा संगठन की जमीनी स्तर पर मजबूती को प्राथमिकता देने की बात पर विशेष ज़ोर दिया।

श्री अवधेश भार्गव ने अपने उद्घाटन भाषण में कहा कि वर्तमान समय में पत्रकारिता न केवल एक चुनौतीपूर्ण पेशा है, बल्कि यह समाज के लिए एक ज़िम्मेदारी भी है। उन्होंने कहा कि पत्रकारों के हितों की रक्षा करना ही IFWJ का मूल उद्देश्य है और इसके लिए संगठन हर स्तर पर संघर्ष करता रहेगा।

राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मौ. गुलबहार गौरी ने कहा कि देश में पत्रकारों को लगातार बढ़ते खतरों और दबावों का सामना करना पड़ रहा है, ऐसे में संगठन को और अधिक सक्रिय एवं प्रभावशाली बनाना आवश्यक है। उन्होंने सभी पत्रकारों से संगठित रहने और अपनी एकता को बनाए रखने की अपील की।

राष्ट्रीय महासचिव श्री इरशाद खान ने अधिवेशन के दौरान संगठन की आगामी योजनाओं और भविष्य की रणनीतियों को साझा किया। उन्होंने बताया कि IFWJ देशभर में पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर एक राष्ट्रव्यापी अभियान चलाने जा रही है, ताकि पत्रकारों को कानूनी संरक्षण मिल सके।

अधिवेशन के दौरान विभिन्न सत्रों में पत्रकारिता के बदलते स्वरूप, डिजिटल मीडिया की चुनौतियाँ, पत्रकारों की सामाजिक सुरक्षा, और मीडिया में नैतिकता जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर विस्तृत चर्चा की गई। साथ ही, विभिन्न राज्यों से आए प्रतिनिधियों ने अपने क्षेत्रों की समस्याओं और पत्रकार हितों से जुड़े मुद्दों को भी साझा किया।

अधिवेशन का समापन एकता, संघर्ष और समर्पण के संदेश के साथ हुआ। सभी प्रतिनिधियों ने संगठन को मजबूत बनाने, आपसी सहयोग बढ़ाने और पत्रकार हितों की रक्षा के लिए निरंतर सक्रिय रहने का संकल्प लिया।

यह अधिवेशन न केवल पत्रकारों के लिए एक विचार-विमर्श का मंच बना, बल्कि यह भी साबित किया कि जब पत्रकार एकजुट होते हैं, तो वे किसी भी चुनौती का सामना कर सकते हैं।


Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Translate »
error: Content is protected !!
Right Menu Icon