हरिद्वार में दिल दहलाने वाली घटना: मां की साजिश में नाबालिग बेटी से किया सामूहिक दुष्कर्म
हरिद्वार में मां की क्रूरता: नाबालिग बेटी के साथ सामूहिक दुष्कर्म का दिल दहलाने वाला मामला
हरिद्वार, उत्तराखंड: तारीख 6 जून 2025, एक ऐसी घटना ने समाज को झकझोर कर रख दिया, जिसने मां-बेटी के पवित्र रिश्ते को कलंकित कर दिया। हरिद्वार में एक मां, जो भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के महिला मोर्चा की पूर्व जिलाध्यक्ष बताई जा रही है, पर अपनी 13 साल की नाबालिग बेटी को अपने प्रेमी और उसके दोस्तों के हवाले कर यौन शोषण कराने का गंभीर आरोप लगा है। यह मामला न केवल मानवता को शर्मसार करने वाला है, बल्कि समाज में व्याप्त नैतिक पतन को भी उजागर करता है।
पुलिस के अनुसार, यह घिनौना कांड जनवरी 2025 में शुरू हुआ, जब आरोपी मां ने अपनी बेटी को घुमाने के बहाने अपने प्रेमी सुमित पटवाल और उसके दोस्त शुभम के साथ भेल स्टेडियम ले गई। वहां, दोनों आरोपियों ने शराब के नशे में नाबालिग के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। यह अपराध यहीं नहीं रुका, बल्कि हरिद्वार, आगरा, और वृंदावन के विभिन्न होटलों में कई बार दोहराया गया। पीड़िता ने बताया कि उसे और उसके पिता को जान से मारने की धमकी दी गई, जिसके डर से वह चुप रही।
पीड़िता के पिता को अपनी बेटी के व्यवहार में बदलाव और गुमसुम रहने का शक हुआ। जब उन्होंने बेटी से बात की, तो उसने डरते हुए सारी आपबीती सुनाई। पिता ने तुरंत हरिद्वार पुलिस में शिकायत दर्ज की। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मां और सुमित पटवाल को गिरफ्तार कर लिया, जबकि तीसरे आरोपी शुभम की तलाश जारी है। मेडिकल जांच में नाबालिग के साथ दुष्कर्म की पुष्टि हुई है, जिसके बाद मामला और गंभीर हो गया।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि यह मामला पॉक्सो एक्ट और भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं के तहत दर्ज किया गया है। जांच में यह भी पता चला कि आरोपी मां का सुमित के साथ अवैध संबंध था, और उसने अपनी बेटी को इस घृणित कृत्य के लिए इस्तेमाल किया। स्थानीय लोगों में इस घटना को लेकर गहरा आक्रोश है। कई सामाजिक संगठनों ने इस मामले की निंदा की और कठोर सजा की मांग की है।
यह घटना समाज में कई सवाल खड़े करती है। एक मां, जो अपनी बेटी की रक्षक होनी चाहिए, वह उसकी जिंदगी को नरक बनाने का कारण कैसे बन सकती है? इस मामले ने न केवल हरिद्वार, बल्कि पूरे देश में लोगों को स्तब्ध कर दिया है। सोशल मीडिया पर भी इस घटना की तीखी आलोचना हो रही है, और लोग इसे “कलयुगी मां” की संज्ञा दे रहे हैं।
पुलिस ने पीड़िता को सुरक्षित स्थान पर रखा है और उसकी काउंसलिंग की जा रही है। इस मामले में आगे की जांच से और भी खुलासे होने की संभावना है। समाज के लिए यह घटना एक चेतावनी है कि हमें अपने बच्चों की सुरक्षा और उनके व्यवहार पर नजर रखने की जरूरत है। इस मामले में कठोर कानूनी कार्रवाई और सामाजिक जागरूकता ही ऐसी घटनाओं को रोक सकती है।