अल्पसंख्यक स्कूल विकास मंच का शानदार ईद मिलन समारोह एशिया पब्लिक स्कूल में मुनक्किद
मुज़फ्फरनगर: ( रिपोर्ट मौ. गुलबहार गौरी) अल्पसंख्यक स्कूल विकास मंच, जो कि 82 स्कूलों का एक मुअज़्ज़िज़ (प्रतिष्ठित) तालीमी तंज़ीम (शैक्षिक संगठन) है, ने ईद मिलन समारोह को निहायत शान-ओ-शौकत और पुरवकार अंदाज़ में मुनक्किद किया। यह रौशन महफ़िल जनाब गय्यूर जब्बार के एशिया पब्लिक स्कूल, सैफी कॉलोनी, मुज़फ्फरनगर में सजाई गई, जिसमें समाज के नामवर शख्सियतों, तालीमी माहिरीन (शिक्षा विशेषज्ञों) और मशहूर समाजी रहनुमाओं (सामाजिक नेताओं) ने शिरकत फरमाई।
महफ़िल का आग़ाज़ और खास मेहमानों का खिताब
महफ़िल का आग़ाज़ अल्लाह के ज़िक्र से हुआ, जिसके बाद इस मौके पर अल्पसंख्यक स्कूल विकास मंच के सदर (अध्यक्ष) मरग़ूब इलाही ने अपने खिताब में कहा कि ईद सिर्फ एक त्योहार (त्योहार) नहीं, बल्कि भाईचारे, मोहब्बत और एकता का पैग़ाम है। उन्होंने कहा कि आज के दौर में तालीम (शिक्षा) हमारी सबसे बड़ी ज़रूरत है और अल्पसंख्यक स्कूल इस मैदान में एक अहम किरदार अदा कर रहे हैं।
ज़िला सदर मौलाना शाहबाज़ ने तालीम की अफ़ादियत (महत्व) पर रोशनी डालते हुए कहा कि इल्म (ज्ञान) ही वह दौलत है जो इंसान को तरक्की की राह पर गामज़न करता है। उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि अल्पसंख्यक समाज को तालीमी मैदान में आगे बढ़ना होगा, ताकि आने वाली नस्लें एक रोशन मुस्तक़बिल (उज्जवल भविष्य) की तरफ़ बढ़ सकें।
उपाध्यक्ष साजिद हसन त्यागी ने कहा कि स्कूलों का यह संगठन सिर्फ़ तालीमी बेदारी (शैक्षिक जागरूकता) तक महदूद नहीं, बल्कि समाजी इस्लाह (सामाजिक सुधार) के लिए भी मुतहर्रिक (सक्रिय) है। महासचिव जहांगीर आलम ने अपने खिताब में इस बात को वाज़ेह किया कि बच्चों को बेहतर तालीम और अख़लाक़ी तरबियत (नैतिक शिक्षा) देने की सख़्त ज़रूरत है।
सचिव गय्यूर जब्बार और कोषाध्यक्ष रिज़वान गौर ने तंजीम की कारकर्दगी (कार्यप्रणाली) पर रोशनी डालते हुए कहा कि अल्पसंख्यक स्कूलों को मजबूती देने के लिए यह मंच पूरी तवज्जो (ध्यान) से काम कर रहा है। सीनियर मेंबर डा. अरशद सम्राट ने तालीम और समाजी खिदमत (सेवा) के ताल्लुक़ से अपने तजुर्बात साझा किए।
इस पुरनूर महफ़िल में मेहमानों के लिए शानदार लज़ीज़ खाने और शरबत का इंतज़ाम किया गया, जिससे महफ़िल और भी रौनकदार बन गई।
नतीजा और अहद
अंत में, अल्पसंख्यक स्कूल विकास मंच के ज़िम्मेदारान ने तमाम मेहमानों का शुक्रिया अदा किया और इस बात का अहद (संकल्प) किया कि आगे भी इस तरह के तालीमी और समाजी प्रोग्राम मुनक्किद किए जाते रहेंगे, ताकि तालीम का यह रोशन सफ़र जारी रहे।