दुनिया भर में इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसों को संदेह की नज़र से देखा जा रहा है
दिल्ली -( मौ. गुलबहार गौरी) लेबनान में 17 सितंबर को हुए पेज़र धमाकों के बाद 18 सितंबर को वॉकी टॉकी , लैपटॉप ,सोलर ,टीवी व रेडियो में भी विस्फोटो
की खबरें है जिसमें 14 लोगों की मौत हुई वहीं 450 से ज्यादा लोग घायल वही 17 सितंबर को हुए पेजर विस्फोट मे 12 लोगो की मौत व 2800 लोग घायल हुए
इस घटना के बाद दुनिया भर के देशों में इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसो के बारे में संदेह उत्पन्न हो गया है अब लोग इन डिवाइसो के बारे में गंभीरता से विचार करने लगे हैं
जिस तरह से ताइवान की गोल्ड अपोलो कंपनी से लाइसेंस प्राप्त एक हंगरी की र्फजी सेल कंपनी BAC जिसका हेड क्वार्टर बुडापेस्ट में है ने नए-नए फीचर दिखाकर लेबनान को आकर्षित किया और लेबनान ने इसे 5000 पेजर का आर्डर दिया जो 118 तरह के उत्पादो मे डील करती है जो इस्राइल की डमी कम्पनी बताई जा रही है।
वही जो वॉकी-टॉकी IC-V82 फटे वो जापान निर्मित बताए गए है जिसमे जापान ने कहा कि ये मॉडल हमने 2014 मे बंद कर दिया था पिछले 10 सालो से हमने ये मॉडल नही बनाए है ।
बताते चलें जिस तरह से इन डिवाइसो में 3 से 15 ग्राम RDX जैसा विस्फोटक बैटरी के साथ लगाने की बात सामने आ रही है ये बहुत ख़तरनाक साज़िश है इससे तो आने वाले समय में ये चलन चला तो किसी भी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस में 3 से 15 ग्राम विस्फोटक लगाकर किसी की हत्या की जा सकती हैं
इससे पहले भी गाजा पट्टी में 5 जनवरी 1996 को हमास का सीनियर मेंबर याह्या अय्याश अपने बचपन के दोस्त ओसामा हमद के घर में रात बिताने गया था जिसकी भनक मोसाद को लग गई थी । तभी हमद के घर में फोन बजा , अय्याश को कहा गया कि उनके पिता का फोन है, वे उससे बात करना चाहते हैं। अय्याश ने जैसे ही बात शुरू की, वहां धमाका हुआ और वो मारा गया।
इसके बाद अब भारत सरकार को भी इस और ध्यान देने की आवश्यकता है क्योंकि कई देशों से हमारे यहां भी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस आयत की जाती हैं जिनमे वॉकी टॉकी , लैपटॉप ,सोलर व टीवी सहित सैकड़ो तरह के आयात किए गए इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस देश भर मे मौजूद है ।
जिसमे मुख्यतः विदेशी कम्पनी
vivo mobile – Chinese
Oppo mobile – Chinese
One plus mob – Chinese
Lenovo Lap,mob – Chinese
Realme mob. – Chinese
Tecno mob. – Chinese
IQoo mob – Chinese
Itel mob. – Chinese
Infinity mob – Hong kong
Samsung mob – south Korea
Asus Lap. – Taiwan
Motorola mob – America
Iphone mob,Lap – America Assembling in Chinese, Hong kong ,
Nokia mob – Finland
यह सभी कंपनियां विदेशी है जो मोबाइल, लैपटॉप ,पीसी ,सोलर, टीवी, रेडियो ,वॉकी-टॉकी और अन्य तरह के इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस बनाती है और हमें निर्यात करती हैं
लेबनान में सिर्फ 5000 वॉकी-टॉकी खरीदे गए हमारे यहां भारत में आंकड़ा बहुत बड़ा है जिसमें 2019 से 2024 तक सैमसंग मोबाइल की बिक्री लगभग 6 करोड़ 10 लाख है जिसमें सितंबर 2024 तक आईफोन की संख्या भी एक करोड़ से ऊपर निकल चुकी है बाकी वीवो,ओप्पो ,वनप्लस ,Lenovo, मोटरोला , नोकिया, रियलमी ,एसुस, इंफिनिक्स, टेकनो, आइक्यू ,मोबाइल की संख्या लगाकर 50 करोड पार है जबकि टीवी,सोलर ,वाकी टाकी, व अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस को भी इस संख्या मे जोड दे तो ये आंकडा भारत मे सैकड़ो करोड पार कर जायेगा ।
लोगो का कहना कि इसमें ज्यादातर कंपनियां ऐसी हैं जिन कंपनियों के देशों से हमारे अच्छे रिश्ते नहीं रहे हैं इस सबके बावजूद यह भारत में अपने इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस को बेचकर भारी मुनाफा कमा रही है साथ ही यह खतरा भी हमें अब बना रहेगा कि कहीं किसी दिन अगर इन्होंने कोई बदमाशी की तो हमारे यहाँ ये बहुत बड़ा आंकड़ा है जिसे संभालना बड़ा मुश्किल काम होगा इसलिए अभी से भारत सरकार को कठोर कदम उठाते हुए सिक्योरिटी के मामले में गहन पड़ताल करनी चाहिए ताकि भविष्य में किसी अनहोनी से बचा जा सके।
अब ये मामला दुनियाभर मे वैज्ञानिक शोध का विषय बन गया है अब इसमे सभी देश, हैकर्स, आतंकवादी इस तकनीक को हासिल करने की जद्दोजहद मे लग जायेगे इसलिए इन सब पर नजर रखते हुए देश व नागरिको को सुरक्षित रखना सरकार पर बडी जिम्मेदारी है
उम्मीद है कि भारत सरकार इस मामले मे कठोर कदम उठाते हुए भविश्य के लिए देश व नागरिको को सुरक्षा प्रदान करेगी